काश ऐसा होता……..

काश ऐसा होता ,
हम भी पंछी होते ,
हम भी दरिया होते ,
हम भी बादल होते ,
हम भी पानी होते ,
काश ऐसा होता ,
ना होती कोई जात पात
ना कोई ढोंग ढकोसला
ना धर्म भेद कोई होता
न अर्थ भेद कोई होता
न कोई हिन्दू होता
न कोई मुस्लिम होता
हम सब एक होते
हम सब नेक होते
काश ऐसा होता ………

Leave a comment